Aligarh Lok Sabha Election 2024 : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अलीगढ़ (Aligarh) लोकसभा सीट पर वोटिंग का दिन अब दूर नहीं है. ऐसे में शहर की युवा मुस्लिम महिलाएं अपने अहम मुद्दे गिना रही हैं. उनके लिए रोजगार का मुद्दा सबसे अहम है.
24 April, 2024
Aligarh Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अलीगढ़ (Aligarh) लोकसभा सीट पर वोटिंग का दिन अब दूर नहीं है. ऐसे में शहर की युवा मुस्लिम महिलाएं अपने अहम मुद्दे गिना रही हैं. उनके लिए रोजगार का मुद्दा सबसे अहम है. इन मुस्लिम महिलाओं के लिए नौकरी सिर्फ रोजी-रोटी कमाने का जरिया नहीं बल्कि आत्मनिर्भरता और सुरक्षा की ओर कदम बढ़ाने का रास्ता भी है. इसके अलावा बता दें कि 29 साल की असरा अल्वी से मिलिए जो अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (Aligarh Muslim University) में पीएचडी स्कॉलर हैं. असरा बताती है कि उन जैसी महिलाओं को खासकर शिक्षा के क्षेत्र में नौकरी पाने के लिए कितनी मशक्कत करनी पड़ती है.
Aligarh Lok Sabha Election 2024: कंप्यूटर इंजीनियरिंग में मास्टर्स डिग्री की छात्रों की समस्या
कंप्यूटर इंजीनियरिंग में मास्टर्स डिग्री कर रही छात्रा सैयदा फातिमा को उनके परिवार ने सलाह दी है कि अगर वे नौकरी हासिल नहीं कर पा रही हैं तो अपनी शादी के बारे में सोचें. अलीगढ़ (Aligarh) की मुस्लिम महिलाएं अपने कपड़ों और धार्मिक प्रथाओं के आधार पर अपनी पहचान पर लगातार हो रहे हमलों के बावजूद ये चुनने के अपने अधिकार का दावा करती हैं कि वे अपनी जिंदगी कैसे जीना चाहती हैं.
Aligarh Lok Sabha Election 2024: मुस्लिम महिला वोटर समस्या का पुख्ता समाधान चाहती हैं
एएमयू की एक और छात्रा कशिश खान का कहना हैं कि राजनैतिक दलों को अपने राजनैतिक फायदे के लिए समाज के भीतर लोगों को बांटने के बजाय विकास पर ध्यान देना चाहिए. अलीगढ़ (Aligarh) में मुस्लिम महिला वोटर चाहती हैं कि बेरोजगारी की समस्या का पुख्ता समाधान किया जाए. वे इसे आजादी और सशक्तीकरण के लिए अहम मानती हैं.
Aligarh Lok Sabha Election 2024: नौकरी की नियुक्ति एक बड़ा मुद्दा
इसके साथ ही एक महिला ने बताया कि मुझे लगता है कि रोजगार बड़ा मुद्दा है जिस पर मैं इस साल वोट करते समय विचार करूंगी , उन्हें ऐसा लगता है कि अलीगढ़ में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 26 अप्रैल को वोटिंग होगी. आपको बता दें कि वहां की छात्रों का ऐसा मामना है कि आईआईटी के 37 या 35 प्रतिशत छात्रों को इस साल प्लेसमेंट नहीं मिला, इसलिए क्योंकि मैं एक केंद्रीय विश्वविद्यालय से हूं, मुझे लगता है कि ये एक बड़ा मुद्दा है नौकरी की नियुक्ति आदि के साथ.