Famous temples of india: पूरे भारत में ब्रह्मा जी का मात्र एक ही मंदिर मौजूद है जो राजस्थान के पुष्कर शहर में स्थित है. ब्रह्मा जी के इस इकलौता मंदिर का दर्शन करने के लिए लाखों की संख्या में श्रृद्धालुजन पहुंचते हैं. चलिए जानते हैं इस मंदिर से जुड़ी पौराणिक कथा.
21 April, 2024
Brahmaji temple pushkar: सनातन धर्म में ब्रह्मा जी को सृष्टि के रचयिता माना गया है. ब्रह्मा जी का पूरे भारत में केवल एक ही मंदिर मौजूद है जो राजस्थान के शहर पुष्कर में स्थित है. ब्रह्मा जी के इस इकलौता मंदिर का दर्शन करने के लिए लाखों की संख्या में श्रृद्धालुजन पहुंचते हैं. ब्रह्माजी का ये मंदिर पुष्कर झील के पास मौजूद है. इस मंदिर की खूबसूरती के चलते यहां दूर-दूर से विजिटेर्स आते हैं. आइए जानते हैं ब्रह्माजी मंदिर से जुड़ी कुछ खास बातें.
पुष्कर नाम कैसे पड़ा
पद्म पुराण में वर्णित एक कथानुसार, एक बार पृथ्वी पर वज्रनाश नामक राक्षस ने आतंक फैला रखा था. तब ब्रह्मा जी द्वारा उसका वध कर दिया गया. वध के दौरान ब्रह्माजी के हाथों से तीन जगह कमल गिर गए जिससे वाहां 3 झीलों का निर्माण हो गया. इसके बाद इस जगह को पुष्कर नाम से जाना जाने लगा.
इससे जुड़ी पौराणिक कथा
ब्रह्मा जी ने एक समय संसार के लिए 1 यज्ञ करने का निर्णय लिया. फिर ब्रह्मा जी द्वारा पुष्कर में यज्ञ शुरू किया, जिसमें उनकी पत्नी सावित्री समय पर न पहुंच सकी. इसी के चलते ब्रह्माजी ने गुर्जर समुदाय की एक लड़की ‘गायत्री’ से शादी कर ली. फिर जब पत्नी सावित्री वहां पहुंची तो वो ब्रह्माजी पर बहुत क्रोधित हुईं.
इसके बाद उन्होंने उनको श्राप दिया कि देवता होने के बाद भी कभी उनकी पीजा नहीं की जाएगी. फिर वहां मौजूद सभी देवताओं ने देवी सावित्री को ब्रह्माजी के दूसरे विवाह करने के पीछे की वजह बताई और उन्हें श्राप को वापस लेने को कहा. जब देवी सावित्री का गुस्सा शांत हुआ तो उन्होंने मात्र पुष्कर में ही ब्रह्मा जी की पूजा होने की बात कही. इसके साथ ही ये भी बताया कि पुष्कर के अलावा ब्रह्मा जी का कहीं मंदिर बनवाया गया तो उसका विनाश हो जाएगा.
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