Cloud Seeding Bomb : 15 अप्रैल की रात को UAE, सऊदी अरब, बहरीन और ओमान में भारी बारिश की शुरुआत हुई. ये देखते ही देखते तूफान में बदलने लगी. हालात ये हो गए कि मंगलवार आते-आते इसकी वजह से इन देशों के दर्जनों शहरों में बाढ़ आ गई है.
18 April, 2024
Cloud Seeding Bomb : रेगिस्तान के बीच बसे शहर दुबई के इंटनेशनल एयरपोर्ट पर बीते 24 घंटे में 6.26 MM से ज्यादा बारिश हुई है. मौसम संबंधी जानकारी देने वाली वेबसाइट ‘द वेदरमैन डॉट कॉम’ (The Weatherman.com) के मुताबिक, यहां इतनी बारिश दो सालों में होती है. खाड़ी देशों में आई इस बाढ़ की वजह कुछ एक्सपर्ट्स क्लाउड सीडिंग यानी आर्टिफिशियल बारिश को बता रहे हैं. एसोसिएट प्रेस ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि दुबई प्रशासन ने बीते सोमवार को क्लाउड सीडिंग के जरिए बारिश कराने के लिए एक विमान उड़ाया था. इसके कुछ देर बाद ही खाड़ी देशों को भारी बारिश और बाढ़ का सामना करना पड़ा है.
क्या होती है क्लाउड सीडिंग?
क्लाउड सीडिंग के लिए सिल्वर आयोडाइड, पोटैशियम आयोडाइड और ड्राई आइस (सॉलिड कॉबर्न डाइऑक्साइड) जैसे रसायनों को हेलिकॉप्टर या प्लेन के जरिए आसमान में बादलों के करीब बिखेर दिया जाता है. ये पार्टिकल हवा में भाप को आकर्षित करते हैं, जिससे तूफानी बादल बनते हैं और अंत में बारिश होती है. यह विमानों में सिल्वर आयोडाइड, सूखी बर्फ और क्लोराइड से लैस होते हैं. विमान इसे बादलों के बीच छोड़ते हैं, इससे बादलों में पानी की बूंदें जमने लगती हैं और फिर बारिश के रूप में जमीन पर गिरने लगती हैं. इसे क्लाउड सीडिंग कहा जाता है.
बारिश के बाद ओले भी गिरे
दुबई में बारिश सोमवार देर रात शुरू हुई और बीते मंगलवार सुबह तेज होने के बाद पूरे दिन जारी रही, फिर ओले भी गिरे. अरब प्रायद्वीप के शुष्क देश संयुक्त अरब अमीरात में इस तरह की मूसलाधार बारिश असामान्य घटना है, लेकिन ठंडे सर्दियों के महीनों के दौरान समय-समय पर होती है. सरकारी डब्ल्यूएएम समाचार एजेंसी (Emirates News Agency) ने कहा कि भारी बारिश ‘एक ऐतिहासिक मौसम घटना’ थी, जो 1949 में शुरू होने वाले रिकॉर्ड से कहीं अधिक थी. फलस्वरूप यहां हवाईअड्डे पर विमान के उतरते ही टैक्सीवे पर पानी जमा हो गया.
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