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Bareilly Lok Sabha Election 2024: कौन हैं बरेली सीट के कद्दावर उम्मीदवार? मुस्लिम वोटरों का जीतेंगे दिल

by Live Times
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Bareilly Lok Sabha Election 2024: कौन हैं बरेली सीट के कद्दावर उम्मीदवार? मुस्लिम वोटरों का जीतेंगे दिल

Bareilly Lok Sabha Election: 2024 के लोकसभा चुनाव के चलते हर तरफ राजनीतिक फेरबदल देखने को मिल रहा है. ऐसे में पार्टियां जनता को लुभाने की हर पुरजोर कोशिश में जुटी हैं. बात अगर उत्तर प्रदेश की बरेली लोकसभा सीट की करें तो यहां 7 मई को तीसरे चरण में वोटिंग होनी है, जिसको लेकर तैयारियां तेज हैं.

16 April, 2024

Bareilly Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश का बरेली शहर लंबे समय तक बीजेपी का मजबूत किला रहा है. बरेली से पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने साल 1989 में आठ बार चुनाव जीता, लेकिन इस बार पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार ना चुनते हुए बहेड़ी के पूर्व विधायक छत्रपाल सिंह गंगवार को प्रत्याशी बनाया है. उनका मुकाबला कांग्रेस के पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन से है, जो इस बार समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं.

कौन हैं बीजेपी प्रत्याशी छत्रपाल सिंह गंगवार?

छत्रपाल सिंह, जिन्हें छत्रपाल सिंह गंगवार के नाम से भी जाना जाता है, एक भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता, वह राजनीतिज्ञ और उत्तर प्रदेश के पूर्व राजस्व राज्य मंत्री भी हैं. दरसअल, बहेड़ी विधानसभा सीट से साल 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अपने पूर्व विधायक छत्रपाल सिंह गंगवार को चुनाव मैदान में उतारा था. उस वक्त छत्रपाल गंगवार के सामने सपा से अताउर रहमान और बसपा से नसीम अहमद विपक्षी नेता थे.इसके साथ ही बीजेपी के छत्रपाल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बसपा के नसीम को 42 हजार वोट से अधिक के अंतर से हरा दिया था, जिसको देखते हुए 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने बड़ा दाव खेला है.

कौन हैं विपक्षी प्रत्याशी?

उत्तर प्रदेश की बरेली लोकसभा चुनाव सीट पर बीजेपी प्रत्याशी छत्रपाल सिंह गंगवार के समक्ष कांग्रेस के पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन हैं, जो इस बार समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. प्रवीण सिंह ऐरन साल 1989 में पहली बार जनता दल के टिकट पर कैंट विधानसभा से विधायक बने. साल 1995 में स्वास्थ्य मंत्री की उन्हें जिम्मेदारी मिली. इसके बाद साल 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने ऐरन को लोकसभा का टिकट दिया. उस चुनाव में ऐरन ने भाजपा के उम्मीदवार संतोष गंगवार को हराया, जिसके बाद साल 2022 के विधानसभा चुनाव के समय ऐरन ने कांग्रेस का साथ छोड़ा, जिसके बाद लखनऊ में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे, हालांकि भाजपा के संजीव अग्रवाल से उनको हार का सामना करना पड़ा.

बरेली में जनता के मुद्दे

बरेली लोकसभा क्षेत्र में 20 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम वोटर हैं. मुस्लिम मतदाताओं का कहना है कि इस बार वह उन मुद्दों पर वोट करेंगे जो उन्हें सीधे प्रभावित करते हैं. 7 मई को बरेली के साथ-साथ उत्तर प्रदेश की कुल 10 लोकसभा क्षेत्रों में वोटिंग होनी हैं, जिसमें इस बार जनता के मुद्दे बिल्कुल साफ हैं. मुद्दों को लेकर स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां मुद्दों की कमी नहीं है. मूलभूत समस्याओं से घिरे इस शहर में लोग सबसे ज्यादा ट्रैफिक जाम से परेशान रहते हैं. इसके साथ ही लोगों का यह भी कहना है कि कई बार चौड़ी गलियां होने के बावजूद भी जाम की समस्या हो जाती है.

यहां भी पढ़ें- BJP ने की ओडिशा विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की नई सूची जारी, जानें कौन कहां से लड़ रहा है इलेक्शन

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