JNV Schools: गुजरात में सूरत जिले के वांकल गांव का जवाहर नवोदय विद्यालय एक ऐसा स्कूल है जो मुफ्त में बच्चों को शिक्षा देता है. आज देश में 600 से ज्यादा जेएनवी हैं.
13 April, 2024
JNV Schools: शिक्षा पर हर बच्चे का अधिकार होता है, लेकिन गरीबी के कारण कई बच्चों को यह अधिकार भी नहीं मिल पाता है. ऐसे में गुजरात में सूरत जिले के वांकल गांव का जवाहर नवोदय विद्यालय एक ऐसा स्कूल है जो मुफ्त में बच्चों को शिक्षा देता है. नवोदय विद्यालय ने न जाने कितने बच्चों के भविष्य को बनाया है, जो आज देश के बड़े बड़े पदों पर काम कर रहे हैं. जेएनवी छठ से 12वीं क्लास तक के ग्रामीण बच्चों को मुफ्त शिक्षा देता है.
देश में 600 से ज्यादा हैं जेएनवी
जवाहर नवोदय विद्यालय की शुरूआत 1985 में हुई थी. आज देश में 600 से ज्यादा जेएनवी हैं. स्कूल का मकसद मुख्य रूप से ग्रामीण इलाकों के टैलेंट बच्चों को अच्छी शिक्षा देना है, यहां उनका सामाजिक-आर्थिक बैकग्राउंड मायने नहीं रखता है. जवाहर नवोदय विद्यालय के प्रिंसिपल ई. काबेलेश्वरम का कहना है कि हम मॉर्डन और बेहतर शिक्षा पूरी तरह से मुफ्त दे रहे हैं और यह विद्यालय सिर्फ ग्रामीण इलाकों के बच्चों के लिए है और हम एनईपी के मुताबिक मॉर्डन क्वालिटी एजुकेशन देते हैं.
बच्चों की सभी रिक्वायरमेंट की जाती है पूरी
शिक्षिकों ने कहा कि यहां छात्रों को हर तरह की एजुकेशन दी जाती है जो की क्वालिटी एजुकेशन होती है, डिजिटल एजुकेशन और जितनी भी रिक्वायरमेंटस होती है वो सभी रिक्वायरमेंट पूरी की जाती है. यहां पर बॉर्डिंग, लॉजिंग और स्टेशनरी, यूनिफॉर्म, एजुकेशन सब कुछ मुफ्त में बच्चों को दिया जाता है. बच्चों को यहां ऐसा माहौल मिलता है जो उन्हें न सिर्फ पढ़ाई में बेहतर बनाता है, बल्कि जिंदगी के अच्छे सबक सीखने में भी मदद करता है.
पढ़ाई का सुरक्षित माहौल दिया जाता है
वहीं, बच्चों का कहना है कि यहां का एजुकेशन इतना अच्छा है कि पढ़ने का मजा अलग है. घर पर जाने का मन भी नहीं करता, टीचर्स रोज हमें नया नया कुछ सिखाते हैं. यहां की पढ़ाई आम स्कुलों से थोड़ी अच्छी है क्योंकि शिक्षक हमारे साथ रहते हैं. जवाहर नवोदय विद्यालय में शिक्षा से जुड़े हर पहलू को अपनाया जाता है, जिसमें स्टूडेंट को पढ़ाई का सुरक्षित माहौल देना शामिल है. साथ ही हर बच्चे के ओवरऑल डेवलपमेंट, सेहत और खान-पान से जुड़ी जरूरतों का भी ध्यान रखा जाता है.