कलर शरीर में हैप्पी हार्मोन्स रिलीज करते हैं जिससे आपको खुश और सकारात्मक रहने में मदद मिलती है. व्यक्ति का रंगों से जुड़ाव तनाव को दूर भगाता है, जो आज कई बामीरियों की वजह है.
21 March 2024
How Color Affects Mood: होली रंगों भरा त्योहार है जिसमें लोग सारे गिले-शिकवे भूलाकर एक दूसरे को रंग लगातें हैं. वहीं कुछ लोग रंगों से परहेज करते हैं और होली पर घर बैठे रहते हैं. लेकिन क्या आपको पता है रंग मेंटल हेल्थ को काफी प्रभावित करते हैं? दरअसल, नीला, पीला, लाल, हरा और पिंक आदि कलर शरीर में हैप्पी हार्मोन्स रिलीज करते हैं जिससे आपको खुश और सकारात्मक रहने में मदद मिलती है. व्यक्ति का रंगों से जुड़ाव तनाव को दूर भगाता है, जो आज कई बामीरियों की वजह है. रंग किसी भी त्योहार में रौनक बढ़ाते हैं जिससे माहौल खुशनुमा बना रहता है. रंगों से व्यक्ति की भावनाओं से लेकर काम तक प्रभावित होते हैं.चलिए जानते हैं रंगों का मेंटल हेल्थ पर क्या असर पड़ता है.
याद्दाश्त में सुधार
कई रिसर्च की मानें तो, रंग का मेंटल हेल्थ से गहरा रिश्ता है. रंगों से मेमोरी बेहतर होती है जिससे किसी भी काम में फोकस करने में मदद मिलती है.
हैप्पी हार्मोन्स
जब आप रंगों के बीच रहते हैं या रंगों से जुड़े रहते हैं तो इससे शरीर से हैप्पी हॉर्मोन्स रिलीज होने लगते हैं जो आपको खुश और आरामदायक महसूस कराते हैं.
बीमारियां दूर भगाए
जब आप रंगों से जुड़े रहते हैं तो इससे दिमाग की प्रोडक्टिविटी बढ़ती है जिससे ओरऑल हेल्थ में सुधार होता है. जब आप खुश और आरामदायक महसूस करते हैं तो बीमारियों का खतरा नहीं रहता.
स्ट्रेस दूर करे
रंग से जुड़ाव होने से डिप्रेशन जैसी समस्याएं कोसों दूर रहती हैं जिससे ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और मोटापे जैसी कई गंभीर बीमारियों से बचाव होता है. साथ ही इससे अकेलेपन और एंग्जाइटी जैसी समस्याएं भी दूर रहती हैं.
Disclaimer: ये खबर सिर्फ आपको जागरूक करने के लिए लिखी गई है. इसके लिए घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारी की मदद ली गई है. अपनी स्किन और सेहत के लिए कोई नुस्खा आजमाने से पहले कृप्या डॉक्टर्स की सलाह लें.