Election Commission: देश में चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव की तारीखों के एलान के बाद आदर्श आचार संहिता लग गई है, इसी बीच मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव ने कहा कि किसी को भी फेक न्यूज और अफवाहें फैलाने का अधिकार नहीं.
17 March 2024
Lok Sabha Election 2024: चुनाव आयोग ने भारत में लोकसभा के साथ चार राज्य के विधानसभा इलेक्शन की तारीखों का एलान कर दिया. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्मय से चुनाव की तैयारी से लेकर दिशानिर्देशों को विस्तार से बताया है. इस बार चुनाव आयोग देश में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव करवाने के लिए तैयारी पूरी कर ली है. साथ ही ईसी ने नेताओं पर सबसे ज्यादा सख्ती बरतती है और मतदाताओं को सुरक्षा से लेकर सहूलियत देने की बात कही है.
अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया से ज्यादा वोटर्स
भारत में 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून को खत्म होने जा रहा है, इससे पहले देश में नई सरकार का गठन होना चाहिए. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि देश की भौगोलिक और सांस्कृतिक विविधता को ध्यान में रखते हुए बीते दो वर्षों से तैयारी शुरू कर दी थी. उन्होंने कहा कि हमारे देश में लगभग 96.8 करोड़ मतदाता हैं, जो कि यूरोप, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया से ज्यादा वोटर्स हैं. भारत में निष्पक्ष चुनाव करवाने के लिए 10.5 लाख मतदान केंद्र हैं, जिसके जिम्मेदारी डेढ़ करोड़ लोगों को दी गई है, भारत का चुनाव आयोग बीते 75 वर्षों में 17 लोकसभा और 400 से ज्यादा विधानसभा चुनाव करवा चुका है.
85 लाख नई महिला मतदाता इस बार जुड़ेंगी
राजीव कुमार ने कहा कि देश में हमने महिला वोटर्स को अधिक से अधिक जोड़ने की कोशिश की है, इसलिए 12 राज्य ऐसे हैं जहां पुरुषों से ज्यादा महिलाओं की संख्या अधिक है. साथ ही 18 से 19 वर्ष के 1.8 मतदाताओं में 85 लाख महिला वोटर्स हैं. 17 साल से ज्यादा उम्र के 13.4 लाख से ज्यादा एप्लीकेशन आ चुके हैं. यह वो वोटर्स हैं जो कि 1 अप्रैल के बाद 18 वर्ष के हो जाएंगे. साथ ही 48 हजार ट्रांसजेंडर वोटर्स भी हैं.
85 वर्षों से अधिक की उम्र के लोग घर बैठकर देंगे वोट
मुख्य आयुक्त ने कहा कि इस बार देश में 85 वर्षों से अधिक के उम्र लोग और 40 फीसदी से ज्यादा विकलांगता वाले वोटर के पास एक 12 डी वाला फॉर्म पहुंचाया गया है. अगर वह मतदान केंद्र पर जाकर वोट डालने में सक्षम नहीं है तो उनके घर जाकर वोट पंजीकृत किया जाएगा. इसके लिए कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया है.
अफवाह फैलाने की आजादी नहीं
राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव आयोग समेत किसी नेता और पार्टी की आलोचना करने की पूर्ण स्वतंत्रता है. लेकिन फेक न्यूज, अफवाहें फैलाने की आजादी किसी को नहीं है. उन्होंने कहा कि हर राज्य के ऑफिसर को इस बात अधिकार दिया गया है कि वह फेक न्यूज और आपत्तिजनक बयानों से जुड़ी पोस्टों को तत्काल प्रभाव से हटवा दें. अगर कोई सोशल मीडिया पर झूठा नैरेटिव फैला रहा है तो उसका पुरजोर मुकाबला करेंगे. इसके लिए चुनाव आयोग की वेबसाइट पर झूठ बनाम हकीकत नाम से श्रृंखला चलाई जाएगी.