मुसलमान रोज़े के दौरान पूरे महीने सूर्योदय होने से लेकर सूर्यास्त तक रोज़ा रखते हैं. रोज़े को इफ्तार से खोला जाता है जिसमें सबसे पहले खजूर खाया जाता है. जानते हैं क्यों खाया जाता है खजूर.
15 March 2024
Ramadan 2024 Roza: रमज़ान के महीने को मुस्लिम धर्म में बहुत पाक माना जाता है. देश में 12 मार्च से रमज़ान शुरू हो चुके हैं, जिनका समापन 10 अप्रैल को होगा. इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, रमज़ान हर साल नौवें महीने में आता है. मुसलमान इस पूरे महीने सूर्योदय होने से लेकर सूर्यास्त तक रोज़ा रखते हैं. रोज़े को इफ्तार से खोला जाता है जिसमें सबसे पहले खजूर खाया जाता है. चलिए जानते हैं खजूर खाकर रोज़ा खोलने के पीछे क्या है वजह.
रोज़े का महत्व
रमज़ान के पाक माह में रोज़ा रखने का खास महत्व है. मुसलमान पूरे महीने सूर्योदय से सूर्यास्त रोज़ा रखते हैं. रोज़े के दौरान नियमित रात को नमाज अदा की जाती है. रमजान का पाक माह अच्छे कार्यों को समर्पित होता है. इस दौरान इफ्तार के समय तरह-तरह के पकवान बनाएं जाते हैं और रोज़ा खोला जाता है.
रोज़े के दौरान मुस्लिम लोग अपना अधिकतर समय अल्लाह की इबादत में बिताते हैं. मुस्लिम धर्म की किताबों में बताया गया है कि जो व्यक्ति नियमानुसार रमजान के पाक महीने में रोज़ा रखता है और अल्लाह की इबादत करता है, उसकी सारी दुआएं कुबूल होती हैं और सारे गुनाह माफ हो जाते हैं.
क्यों खाया जाता है खजूर
मुसलमानों द्वारा खजूर खाकर रोज़े को खोलना सुन्नत माना जाता है. मुस्लिम मान्यताओं के अनुसार, पैगंबर हजरत मोहम्मद का पसंदीदा फल खजूर था. मान्यतानुसार, मोहम्मद पैगंबर भी रोज़ा खजूर खाकर ही खोलते थे. ऐसे में रोज़ा रखे गए मुसलमान भी खजूर ही सबसे पहले खाते हैं. इसके बाद अन्य चीजें ग्रहण करते हैं.
खजूर के फायदे
खजूर खाने से सेहत को भी कई लाभ मिलते हैं. दिनभर रोज़ा रखने के बाद खजूर के सेवन से इंस्टेंट एनर्जी प्राप्त होती है. साथ ही खजूर बॉडी को हाइड्रेट रखने में भी उपयोगी होते हैं. ऐसे में रोज़े के पहले या बाद में खजूर का सेवन अच्छा माना जाता है.
Disclaimer: ये खबर सिर्फ आपको जागरूक करने के लिए लिखी गई है. इसके लिए घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारी की मदद ली गई है. अपनी स्किन और सेहत के लिए कोई नुस्खा आजमाने से पहले कृप्या डॉक्टर्स की सलाह लें.
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